आज का मॉडल तब आना धीरे-धीरे एनवायरमेंट फ्रेंडली बनता जा रहा है। ऑफिस में बड़ी कॉरपोरेट हाउसेस में और गारमेंट पार्क में इसमें भी इको फ्रेंडली फिर से प्रमोद की जा रही है। साथ ही सेंट्रल गवर्नमेंट के स्वच्छ भारत मिशन के आने के बाद सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रति लोगों में भी बढ़ी है। इसके बाद से यूज कर रहे हैं कि भी होते हैं और फैशनेबल की आपको व राइट योर प्रोडक्ट्स जाएंगे। जैसे ऑफिस बाग फॉर, वेजिटेबल, बैग्स, बैग्स, लैपटॉप, बैग आदि में इस काम को कम कैपिटल के साथ भी शुरू किया जा सकता है।
जो के लोगों को रोजगार भी देगा और पर्यावरण को नुकसान से बचाएगा। रही बात मार्केट जितना लोगों को जागरुक कर पाएंगे। आपके दत्त को फायदा होगा। आज आपको पूरी कैसे चढ़ी के साथ बताएगा कि कॉटन के भाग्य कपड़े के बैग का प्रसाद कैसे खड़ा कर सकते हैं।
कपड़े का बैग बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें?
एक समय था जो बड़े-बड़े। माइनिंग तो बस के लिए यूज करते थे कि लोग जागरूक हो रहे हैं। इसलिए प्लास्टिक का यूज कम हो रहा है। बड़ी-बड़ी शॉपिंग मॉल्स चोरों वगैरह में आजकल कागज के बैग और कपड़े के बैग में लोगों को सामान की डिलीवरी होती है कि मार्केट जलन होने लगी है तो चली आपको स्टेबल से बताते हैं।
Step by Step कॉटन या कपड़े का बैग बनाने का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं?
कॉटन के कपड़े का बैग बनाने का प्रस्ताव कैसे शुरू कर सकते हैं। सबसे पहले मार्केट और टारगेट कर दो बार को पहचानना होगा। अगर आप कॉटन बाग मार्केट के प्रड्यूसर बनते हैं तो आपको अपना सामान बेचने के लिए किन को टारगेट करना होगा, उसका जवाब है। सुपर मार्केट, होलसेलर, शॉपिंग मॉल, स्वीट शॉप और जनरल स्टोर यह सब आपकी पोटेंशियल बायर बनेंगे।
आप अपने बड़े हुए प्रोडक्ट के सैंपल लेकर कि इनके पास जा सकते हैं और ऐसे रेट ऑफर कर सकते हैं, जो नहीं भेजने पर लगे और आप भी निकल आए। ब्रांड लोगो या किसी स्लोगन के साथ प्रिंटेड बाद चाहिए तो उसे भी कस्टमाइज करके डिलीवर कर सकते हैं। इनके अलावा किसी बड़े शहर में है तो वहां पर होने वाले इवेंट कल्चरल फंक्शन उसकी बेटी और कॉर्पोरेट एक्टिविटी के बारे में पता लगा सकते हैं तो ऐसी चीजों में भी एनवायरमेंट फ्रेंडली चीजों को प्रमोट किया जाता है।
यहां भी आप अपना बिजनेस को पिक सकते हैं। साथिया एरिया में नगर निगम नगर पंचायत ग्राम पंचायत या किसी पॉलिटिकल लीडर से भी कांटेक्ट कर सकते हैं जो पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों में कपड़े के थैले बैठ जाते हैं।
बैग के बिजनेस करने में कितना पैसे लगेगा?
अब आता है अगला स्टेशन इन्वेस्टमेंट हॉस्पिटल की जरूरत के लिए सबसे जरूरी है। पैसा अगर कॉटन बैंक के पास करीब शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा कैपिटल की जरूरत नहीं पड़ेगी। ₹500000 सीरीज शुरू किया जा सकता है। दूसरे दिन सिलाई मशीन 2 दिन लोग और बाकी रो मटेरियल के साथ काम शुरू हो सकता है और बढ़ाया। रही बात पेंटिंग की तो आप किसी प्रिंटिंग वाले से टाइप कर सकते हैं। अगर की बात करें तो इस कारोबार को 40 से 50 लाख से भी शुरू किया जा सकता है।
जिस देश रो मटेरियल सिलाई मशीन प्रिंटिंग, मशीन ट्रांसपोर्टेशन लेबर एंप्लॉय जैसी चीजों पर खर्च आएगा। मशीन 10 से 15 लाख के बीज और प्रिंटिंग मशीन 5 से ₹700000 के बीच आसानी से आ जाएगी। मशीन की कीमत उसकी क्वालिटी और वीडियो सिंह के पास सिटी पर डिपेंड करेगी।
अगला स्टेप डॉक्यूमेंटेशन
अब बारी है अगले स्तर की गाड़ी की डॉक्यूमेंटेशन कोई भी शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले कंपनी रजिस्टर करवानी पड़ती है। इसके लिए आप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटेड, लॉयल्टी, पार्टनरशिप सोल, प्रोपराइटरशिप, वन पर्सन, कंपनी पार्टनरशिप फॉर्म या सेल्फ हेल्प ग्रुप बना सकते हैं। इनके बारे में हमने कई बार अपनी आर्टिकल में आपको बताया भी है। आप चेक कर सकते हैं।
इसके बाद जीएसटी रजिस्ट्रेशन का स्टेप आपको ले रहा होगा। किसी के आने से किसी भी दोस्त को करने के लिए अपना जीएसटी नंबर। लेना अनिवार्य हो गया है। लाइसेंस की बात करें तो बिजनेस करने के लिए आपको अपने लोकल अथॉरिटी से एक ट्रेड लाइसेंस लेना होगा और एमएसएमई रजिस्ट्रेशन की बात करें तो घर आपको गवर्नमेंट की तरफ से सब्सिडी सा एमएसएमई मिनिस्ट्री ऑफ़ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
ऐसे में अगर आप ऐसे सयानी स्माल स्केल इंडस्ट्रीज वाला रजिस्ट्रेशन करवाते हैं और सब्सिडी के योग्य हो जाती है। एम्पलाइज प्रोविडेंट फंड कंपनी के लिए जरूरी है। यानी कि इपीएफ रजिस्ट्रेशन जेसीबी कंपनी में 20 से ज्यादा कर्मचारी होंगे तो आपको यह लेना ही पड़ेगा। यह सही रजिस्ट्रेशन की बात करें तो एम्पलाइज स्टेट इंश्योरेंस भी रजिस्ट्रेशन करवा लीजिएगा, ताकि अगर कोई स्टाफ कभी बीमार पड़ता है तो उसका खर्चा आपको जैसे नहीं देना पड़े। प्रेमा की बात करें तो इतना कुछ होने के बाद आपको ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड आप अपने ब्रांड नेम को स्टाइलिस्ट कर सके।
आगे बात करते हैं आईईसी कोड यानी कि अगर आप प्लान कर रहे हैं कि अपने प्रोडक्ट को बाहर सपोर्ट करेंगे। इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड भी आपको लेना पड़ेगा।
Product मार्केटिंग
दोस्तो अब बारी आती है। प्रोडक्ट मार्केटिंग कि आप अपनी बनाई हुई बात को किस रेट पर बेचेंगे, डिपेंड करेगा। आपकी प्रोडक्ट क्वालिटी के ऊपर चित्रों की स्थिति बेहतर होगी। अगर आप अपने प्रोडक्ट को लेकर के कॉन्फिडेंट है तो यूज करने वाले खुद ही रहते थे जाएंगे। बाकी जरा ब्राइटेक्स बना रहे हैं तो आप ब्रांडिंग और मार्केटिंग की वेबसाइट ही बनवा सकते हैं। कर सकते हैं और ऑनलाइन होने से अब ग्लोबल कस्टमर तक पहुंच पाएंगे और वेबसाइट के पास पड़ता है। किस को आंखों से देख पाने पर ट्रस्ट लेवल भी बढ़ता है।
इसके अलावा फ्लिपकार्ट मिंत्रा जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्वती अपना सामान दे सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी कमाई का कपिट शेयर करना पड़ता है। अगर आप amazon.in पर जाएंगे तो आपको से अमेजॉन का ऑप्शन आएगा। वहां पर आप जरूर लेडीस को पूरी करके ऑनलाइन अपना प्रोडक्ट बेच पाएंगे।
Raw मटेरियल
दोस्ती अगर बात करें रॉ मटेरियल किसी भी मैन्युफैक्चरिंग की कामयाबी और प्रोडक्ट क्वालिटी अच्छी और सस्ती रॉ मटेरियल से आती है। इसलिए आपको मार्केट करनी होगी तो बड़ी स्क्रीन पर 10-10 में उतर रहे हैं तो वहां से भी कपड़े मंगवा सकते हैं। इसके अलावा अब दिल्ली में करोल बाग और गांधी नगर मार्केट टीवी जा सकती है। वहां पर भी सस्ती रो मटेरियल की भरमार है। अग्रिम दो जगह पर जाना पॉसिबल नहीं है तो आप अपना लोकल मार्केट देखना होगा। इस लोड करना होगा।
अब उसके साथ बात करते हैं। आगे एंप्लॉयमेंट ऑफिस रेती की लॉक तोड़ने के बाद से बहुत से लोगों ने अपना कामकाज कब आया है और बहुत से लोग अपनी नौकरी छोड़कर एंटरप्रेन्योरशिप की तरफ बढ़े हैं तो ऐसे में कॉटन बैग बनाने का काम आपके लिए कक्षा 10 मॉडल साबित हो सकता है और साथ ही अगर आपने इस काम को सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर शुरू किया तो आप लोगों को स्पेशली महिलाओं को रोजगार भी दे सकते हैं। सर ग्रुप होने पर आपको घमंड प्रोजेक्ट्स उठाने में आसानी होगी और सब्सिडी के लिए भी अप्लाई कर पाएंगे।
सेल्फी ग्रुप को लेकर कई सारे फायदे हैं जैसे महिलाओं को बड़ी आसानी से लोन मिल जाता है। पशुपालन के लिए भी लोन अप्लाई करना आसान हो जाता है। सेल्फ एंप्लॉयमेंट के लिए सरकार की तरफ से कई तरह की ट्रेनिंग भी मिलती है। महिलाएं अपनी दुकान भी खोल सकती है और ग्रुप बना करके अपना कोई घरेलू उद्योग भी चला सकती है। आधी तो कपड़े के थैले बनाने के साथ-साथ अगर आपको मार्केट तेरी वॉशेबल, क्लॉथ, मार्केट स्कूल ड्रेस या कोई और फ्लोरिंग मैटेरियल सुनने को मिले तो यह भी आपके 1010 को ब्रो करेगा।
जैसे कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक गांव है वाला बट्टा पल्ले कुछ सालों पहले वहां पर बाढ़ आई थी जिस वजह की खेती खराब हो गई थी। महिला किसानों को रोजगार की जरूरत पड़ी तो एक लेडी ने कपड़े के बाद बनाकर लोगों को रोजगार देने की सोची और इस तरह ग्रामीण महिलाओं के लिए एक सेल्फ हेल्प ग्रुप बना। गुत्तापल्ली प्रेगनेंसी बाद प्रोडक्शन की शुरुआत हुई थी। अपनी वेबसाइट के प्रोडक्ट टेबल ऑफिस लैपटॉप बैग स्कूल बैग। काला butterfly.com पर आप डिसाइड करेंगे तो आपको काफी कुछ सीखने को मिल जाएगा।
Conclusion
उम्मीद करते हैं। आजकल केस स्टडी वीडियो आपके लिए फायदेमंद साबित होगा क्योंकि बाकी अलग राज्य के अलग-अलग नियम हो सकते हैं तो आप अपनी तरफ से प्लीज जरूर से रिचार्ज करें। बाकी इस वीडियो को लाइक कर लिया है तो बहुत सारे लोगों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूलें क्योंकि हो सकता है कि काफी सारे प्लान कर रहे हो, सोच रहे हो और उन्हें जरूरत हो। एक सही दिशा की सही मार्गदर्शन की और कुछ सपोर्ट बोले तो जो आपकी मदद करता है, कुछ ली और सही से रिसर्च करके उस समय भारी पड़ती है।
आपकी आप जैसे बड़े लोगों तक पहुंचाएं के बारे में जानना चाहते हैं और यह जानकारी कैसी लगी बता सकते हैं और ऐसी जानकारियों के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करके बैल आइकन को प्रेस करें। धन्यवाद।